हैं खासमखास पर
जब तब बंदूकें तान लेते हैं
यार सरे बाज़ार मेरे
दोस्ती का इम्तिहान लेते हैं
*******
इतने चेहरों की भीड यहां पर
पर कितनों का चेहरा है अपना
कितने चेहरे, कितने मुखौटे
मुश्किल असल चेहरे परखना
*******
क्यूं ऎसी मायूसी क्यूं ऎसे खयाल
क्या हो गया ऎसा जो हुआ ये हाल
रखिए संभाल अस्तित्त्व की नींव को
आप ही तो हैं काल के महाकाल
*******
खिले कांटों में गुलाब ज्यूं
मैं तुम में खिला
तुम अपरिचित ही रहे
मैं रोज़ तुमसे मिला
*******
झूठ से हमेशा बच, लिखता हूं
टुकडे टुकडे ही सही, सच, सच लिखता हूं
मैं तमाशा नहीं कि देखे कोई
अपनी धुन में रहता हूं, अपने ही जैसा दिखता हूं
*******
ज़िंदगी में प्यार, यार जरूरी होता है
दिल के सुकूं के लिए एक दिलदार जरूरी होता है
हकूमत करने और दिखाने के लिए
एक दरबान जरूरी होता है
*******
इतने बेचारे क्यूं हैं हम
किसी के सहारे क्यूं हैं हम
तुमने तो कभी हमें समझा न अपना
फ़िर भी सिर्फ़ तुम्हारे क्यूं हैं हम
*******
इस ब्लाग का उद्देश्य मित्रों को अच्छे अच्छे हिन्दी एसएमएस उपलब्ध कराना है. सहयोग अपेक्षित है...जुडें और जोडें
1 comments:
अच्छे संदेशो के लिए साधुवाद
Post a Comment